संपत्ति और भूमि विवाद भारतीय अदालतों में मामलों का सबसे बड़ा हिस्सा लेते हैं। इस तरह के विवादों की एक बड़ी संख्या परिवारों के भीतर होती है, जिसमें भाई-बहन और चचेरे भाई आपस में लड़ते हैं। इससे अर्थव्यवस्था और देश की उत्पादकता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
इस पुस्तक में हम परिवार के भीतर संपत्ति विवादों के मनोविज्ञान पर चर्चा करते हैं और प्राचीन और मध्ययुगीन युग से शुरू होने वाले भारत में कुछ ऐतिहासिक संपत्ति विवादों को भी देखते हैं। इसके अलावा, हम संपत्ति हस्तांतरण से संबंधित कानूनों और संपत्ति के मामले में पकड़े जाने पर कानूनी रणनीतियों पर भी चर्चा करते हैं।